ईश्वर प्राप्ति के रास्ते इतना विशाल संसार
ईश्वर प्राप्ति के रास्ते
ईश्वर प्राप्ति के रास्ते
*आप प्रभु के सत्य सार्थक रूप को समझे, संसार में उसके सर्वव्यापी दर्शन करें, संसार की रचना प्रभु ने बड़ी आश्चर्यजनक कारीगरी से की है, जो हमारी समझ एवं कल्पनाओं से भी परे है, वह कैसे.....!*
*उसने संसार में जल , थल और नभ में करोड़ों प्रकार के जीव धारियों जिनमें तरह-तरह के गुण तथा जीवन के तौर तरीके हैं , तरह-तरह की बोलियां , रूप है...!*
*इसी प्रकार करोड़ों प्रकार के पेड़ ,पौधे , जड़ी बूटियां हैं, जिनके तरह-तरह के रंग, गुण, स्वाद, रूप एवं उपयोग है, तरह - तरह के फल , फूल और तरह-तरह के ऐसे जानवर हैं, जो सुई की नोक के आकार के होने पर भी हर प्रकार के गुणों और जीवन यापी शक्तियों से संपन्न है.....!*
*ईश्वर ने संसार में हजारों प्रकार की नदियां , झीलें , झरने , स्रोत एवं समुद्र तथा जमीन और समुद्र के अंदर सैकड़ों रासायनिक पदार्थों, धातुओं एवं जड़ी बूटियों तथा जीव जंतुओं का निर्माण किया है.....,!*
*{ इतना विशाल संसार ? वह भी स्वचालित होना अति आश्चर्यजनक है ।}*
*इससे संसार के कण-कण में ईश्वर के दर्शन ज्ञान चक्षुओ से चाहे जब किए जा सकते हैं, इसमें हमारे शरीर के अंग प्रत्यंग में पंच तत्वों के माध्यम से एक ईश्वरीय अंश (आत्मा ) से उसने हमें जीवन दिया है, हर सांस - सांस पर उसका अधिकार है , सांस - सांस उसी का प्रसाद है, भक्ति भाव के साथ स्वयं को उसके समर्पित करें , इससे उसके दर्शन का आनंद यानी सच्चा सुख प्राप्त हो जाएगा.....!*
"राघे-राघे"